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भूमि पूजन महत्त्व, पूजन विधि, एवं पूजन सामग्री –…

  • 27 December 2022

  • by SmartPuja Desk

किसी भी नए कार्य को शुरू करने से पहले भगवान का आशीर्वाद प्राप्त करना हिन्दू धर्म की खासियत है | एक व्यक्ति के जीवन में घर या भवन बनाना एक सपने का सच होने जैसा होता है | घर या कोई भी भवन बनाने से पहले उस भूमि को शुद्ध किया जाता है और उसकी पूजा की जाती है | यह पूजा का उद्देश्य सौभाग्य की कामना करना और भूमि की सकारात्मक ऊर्जा का संचार करना होता है | बहुत से स्थानों पर भूमि पूजन को नींव पूजन के रूप में भी जाना जाता है | आज के इस लेख में हम वर्ष 2023 में भूमि पूजन के शुभ मुहूर्त कब कब है, भूमि पूजन की पूजन सामग्री और भूमि पूजन कैसे करें इन सभी सवालों के जवाब जानेंगें | 

भूमि पूजन

Table of Contents

  • भूमि पूजन क्यों किया जाता है ?
  • भूमि पूजन के लिए पूजन सामग्री 
  • भूमि पूजन या नींव पूजन की तैयारी कैसे करें 
  • भूमि पूजन या नींव पूजन कैसे करें 
  • निष्कर्ष 

भूमि पूजन क्यों किया जाता है ?

जिस भूमि पर हम अपना मकान या भवन बनाना चाहते है उस भूमि पर बरसों से या तो वह खाली रहती है और उस पर किसी तरह का मांगलिक कार्य ना होने से वह भूमि नकारात्मकता से परिपूर्ण होती है | ऐसी भूमि पर भवन बनाना अशुभ होता है और यह आपके स्वास्थ्य, आर्थिक हानि, ग्रह क्लेश का कारण बनता है | इसलिए भवन बनाने से पूर्व भूमि का पूजन किया जाता है उसे शुद्ध किया जाता है | मंत्रोच्चार से भगवान का आह्वान किया जाता है और भूमि की पोजेटिव एनर्जी को बढ़ाया जाता है | 

भूमि पूजन के लिए पूजन सामग्री 

7 नदियों, तालाबों या तीर्थों का जल 7 धातुएं ( सोना, चांदी, पीतल, तांबा, लोहा, कांसी, जसद 
7 औषधियां ( हल्दी, ग्यवथीर, कलव्युठ, बनुफशा, गुलाबपत्र, सोंठ ) 7 अनाज ( मक्का, गेहूं, बाजरा,जौ, मुंग, चना,  मटर )
5 मिट्टी ( चौराहे की मिट्टी, राजभवन की मिट्टी, गौशाला की मिट्टी, तीर्थ स्थान की मिटटी ) एक चौकोर ताम्बे का पात्र जिस पर 4 तरह की मूर्तियां ( बैल, घोडा, हाथी, मनुष्य ) बनी हो | 
1 तौले वजन का चांदी के तार का सांप 5 तरह के फूल ( काला फूल ना लें ) 
5 प्रकार के फल इलाइची
लौंगकाली मिर्च 
दालचीनी 5 सुपारी 
पांच चौकोर पत्थर 5 दीपक 
धूपतिल 
सिंदूरनारीवन
दूधदही 
घीफूल
लायसर्वऔषधि 
किशमिशचावल
माचिसरुई

भूमि पूजन या नींव पूजन की तैयारी कैसे करें 

  • सबसे पहले भूमि के चारों कोने और बीच में गड्ढा खोद लें | यह गड्ढे नींव से भी चाहिए | 
  • अब गड्ढो पर पानी छिड़ककर आसन लगा लें | 
  • इस अवसर पर अपने परिवार जनों को एकत्र कर लें | 

भूमि पूजन या नींव पूजन कैसे करें 

  • पूजन शुरू करने से पूर्व सभी परिवारजन “हरे राम हरे राम, राम राम हरे हरे, हरे कृष्ण हरे कृष्ण, कृष्ण कृष्ण हरे हरे” का उच्चारण ऊँचे स्वर में करें | 
  • जल, मिट्टी, औषधि को बाँट लें और कलश में डाल लें | 
  • अब  कलश पर “श्री” लिखकर फूल मालाओं से सजा लें | 
  •  इस दौरान धुप जला कर रखें | 
  • अब पांच पत्थरों पर सिंदूर से “श्री:” लिखें | 
  • अब उत्तर पूर्व कोण यानि की ईशान कोण में आसन बिछाएं | 
  • अब खूंटियों, पत्थरों को पांचों गड्ढों पर पहुंचा दें | 
  • अब प्रत्येक कलश पर क्रमशः बैल, घोड़ा, मनुष्य, हाथी तथा सांप की मूर्ति रखें और पूजा शुरू करें | 
  • सबसे पहले दीपों नमः धूपो नमः से धूपदीप करें और मंत्रोच्चार के साथ सभी कलश और उन पर रखी मूर्तियों का पूजन करें |  
  • अब वृषभ की प्रतिमा वाले कलश को गड्ढे में रखे पत्थर पर रखें और उसके ऊपर फूल चढ़ाते हुए निम्न मन्त्र का जाप करें –
    आसनाय नमः, पद्मासनाय नमः, शतदल-पद्मासनाय नमः  
  • अब अपने दाएं हाथ की तरफ रखी हुई खूंटी को किसी पत्थर से गाढ़ें और उसे दबाते हुए पढ़ें –
    ध्रुवा द्यो-धुर्वा पृथिवी ध्रवासः पर्वता इमा ध्रुवं विश्वं-इदं सर्वं ध्रुवो राजा विश्वम असि | 
  • अब खूंटी पर नारीबन बांधें | अब कलश को मूर्ति सहित गड्ढे के अंदर जो छोटा गड्ढा खोदा गया है उसके अंदर रख दें | और उस के ऊपर पूजा किया गया पत्थर रख दें | 
  • अग्निकोण – पूर्व दक्षिण कोण में कलश सहित घोड़े की प्रतिमा ले आये अब पत्थर पर फूल बिछाकर जिस तरह ईशान कोण में पूजा की थी उस तरह पूजा करें | 
  • नैऋत्यकोण – दक्षिण पश्चिम कोण पर मनुष्य वाली कलश रखकर पूजा करें  | 
  • वायुकोण – पश्चिम उत्तर कोण में हाथी की मूर्ति वाले कलश को रखकर पूजा करें | 
  • बीच वाले गड्ढे में – जो गड्ढा भूमि के बीच में खोदा गया है उसमें साँप की मूर्ति वाले कलश को रखें | 
  • अब सभी मिलकर “ॐ श्रीमन नारायण नारायण नारायण ॐ| “हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे, हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे” का जाप करें | 
  • अंत में सभी आरती गाएं और प्रसाद का वितरण करें | 

निष्कर्ष 

अपने नए भवन के लिए भूमि पूजन करके आप अपने इस नए भवन के बीच आने वाली सभी परेशानियों को दूर करते है | यह नया भवन भूमि पूजन के बाद आपके सौभाग्य में वृद्धि करता है और आपके लिए हर तरीके से हितकारी होता है | यदि आप सोच रहे है की पूजन की सारी व्यवस्थाएं कैसे होंगी तो परेशान ना हो हमें कॉल करें | स्मार्टपूजा में हम आपके लिए वन स्टॉप समाधान प्रदान करते है अब एक कॉल के द्वारा आप भूमि पूजन के शुभ मुहूर्त जानने से लेकर पूजन सामग्री, पूजा के लिए अनुभवी पंडित जैसी सभी सर्विस प्राप्त करे सकते है | 

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