गृह प्रवेश मंत्र: घर की सुख-शांति और सुरक्षा के लिए (अर्थ सहित)

गृह प्रवेश मंत्र: घर की सुरक्षा, सुख और समृद्धि के लिए (अर्थ सहित)
“गृहे गृहे गायत्री, ग्रामे ग्रामे सचिवालय:”
भारतीय संस्कृति में घर केवल ईंट और पत्थर का ढांचा नहीं, बल्कि एक मंदिर है। जब हम नए घर में प्रवेश करते हैं, तो हम केवल सामान शिफ्ट नहीं करते, बल्कि अपनी ऊर्जा, सपने और भविष्य को वहां स्थापित करते हैं।
गृह प्रवेश पूजा का मुख्य उद्देश्य इस नए स्थान को ‘जागृत’ करना है। वैदिक मंत्रों की ध्वनि तरंगें (Sound Vibrations) दीवारों में समाई नकारात्मक ऊर्जा को नष्ट कर देती हैं और वातावरण को सकारात्मकता (Positivity) से भर देती हैं।
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मंत्रों का पूर्ण फल तभी मिलता है जब उनका उच्चारण शुद्ध और विधि-विधान सही हो। SmartPuja आपको अनुभवी वैदिक पंडित प्रदान करता है।
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1. श्री गणेश मंत्र (विघ्न निवारण और शुभ शुरुआत)
हिंदू धर्म में कोई भी शुभ कार्य बिना गणेश वंदना के शुरू नहीं होता। नए घर में प्रवेश करते समय कई अदृश्य बाधाएं (Vighna) हो सकती हैं। सबसे पहले, हाथ में अक्षत और पुष्प लेकर, मुख्य द्वार पर गणेश जी का ध्यान करें।
“ॐ वक्रतुण्ड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभ।
निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा॥”
अर्थ: हे घुमावदार सूंड वाले, विशाल शरीर वाले और करोड़ों सूर्यों के समान तेज वाले भगवान गणेश! मेरे नए घर के इस मंगल कार्य को और मेरे जीवन के सभी कार्यों को हमेशा विघ्न रहित (बाधा रहित) करें।
2. कलश स्थापन मंत्र (समृद्धि और शीतलता)
गृह प्रवेश के समय ‘भरा हुआ कलश’ साथ लेकर चलने का विशेष महत्व है। कलश को ब्रह्मांड और वरुण देव (जल के देवता) का प्रतीक माना जाता है। यह घर में शीतलता और धन-धान्य की कमी न होने का आशीर्वाद देता है।
“ॐ वरुणस्य ओतम्भनमसि वरुणस्य स्कम्भसर्जनी स्थो वरुणस्य ऋतसदन्यसि वरुणस्य ऋतसदनमसि वरुणस्य ऋतसदनमासीद॥”
अर्थ: हम वरुण देव का आह्वान करते हैं। जिस प्रकार जल जीवन का आधार है, उसी प्रकार हमारे नए घर में सुख, शांति और समृद्धि का प्रवाह निरंतर बना रहे।
3. वास्तु शांति मंत्र (घर की सुरक्षा कवच)
हर भूमि और दिशा के स्वामी ‘वास्तु पुरुष’ होते हैं। कई बार घर के निर्माण में अनजाने में कुछ दोष रह जाते हैं। वास्तु शांति मंत्र उन दोषों को क्षमा करने और घर को सुरक्षा कवच प्रदान करने के लिए गाया जाता है। यह सबसे महत्वपूर्ण मंत्र है।
“ॐ वास्तोष्पते प्रति जानीह्यस्मान् स्वावेशो अनमीवो भवान्।
यत्त्वे महे प्रति तन्नो जुषस्व शं नो भव द्विपदे शं चतुष्पदे स्वाहा॥”
अर्थ: हे वास्तु देवता! हम आपकी शरण में हैं। आप हमारे इस आवास को शुभ, रोग-रहित और दोष-मुक्त बनाएं। हमारी प्रार्थना स्वीकार करें और हमारे परिवार (द्विपद) व पशु-धन (चतुष्पद) को सुख और सुरक्षा प्रदान करें।
4. नवग्रह शांति मंत्र (ग्रहों के अनुकूल प्रभाव के लिए)
नए घर में रहने वाले सदस्यों पर ग्रहों का शुभ प्रभाव पड़े, इसके लिए नवग्रहों (सूर्य, चंद्र, मंगल, आदि) को प्रसन्न करना आवश्यक है।
“ॐ ब्रह्मा मुरारिस्त्रिपुरान्तकारी भानु: शशी भूमिसुतो बुधश्च।
गुरुश्च शुक्र: शनिराहुकेतव: कुर्वन्तु सर्वे मम सुप्रभातम्॥”
(अर्थ: ब्रह्मा, विष्णु और शिव, तथा सूर्य, चंद्र, मंगल, बुध, गुरु, शुक्र, शनि, राहु और केतु—ये सभी देवता मेरे नए घर में मेरा कल्याण करें।)
5. शांति पाठ (विश्व और घर की शांति)
पूजा के समापन पर शांति पाठ किया जाता है। इसका उद्देश्य यह है कि न केवल हमारा घर, बल्कि पूरा ब्रह्मांड, पंचतत्व (धरती, आकाश, जल, अग्नि, वायु) हमारे अनुकूल हों।
“ॐ द्यौ: शान्तिरन्तरिक्षँ शान्ति:,
पृथ्वी शान्तिराप: शान्तिरोषधय: शान्ति:।
वनस्पतय: शान्तिर्विश्वे देवा: शान्तिर्ब्रह्म शान्ति:,
सर्वँ शान्ति:, शान्तिरेव शान्ति:, सा मा शान्तिरेधि॥
ॐ शान्ति: शान्ति: शान्ति:॥”
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मंत्रों का प्रभाव तभी होता है जब उनका उच्चारण शुद्ध (Sanskrit Pronunciation) और विधि-विधान वैदिक हो। एक छोटी सी गलती पूजा के फल को कम कर सकती है।
SmartPuja आपको अनुभवी और सत्यापित (Verified) पंडित प्रदान करता है जो संपूर्ण विधि—गणेश पूजन से लेकर वास्तु हवन तक—को संपन्न कराते हैं। हम पूजा की संपूर्ण सामग्री भी साथ लाते हैं।
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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)
1. क्या हम गृह प्रवेश मंत्र का जाप खुद कर सकते हैं?
जी हाँ, आप प्रवेश करते समय सामान्य मंत्रों (जैसे गणेश मंत्र) का जाप कर सकते हैं। लेकिन वास्तु शांति, नवग्रह शांति और हवन के मंत्र अत्यंत जटिल होते हैं, इसलिए इनके लिए अनुभवी पंडित की सहायता लेना ही श्रेष्ठ है।
2. गृह प्रवेश पूजा में कितना समय लगता है?
एक मानक गृह प्रवेश पूजा में लगभग 1.5 से 2.5 घंटे का समय लगता है। इसमें द्वार पूजा, दुग्ध-पान (दूध उबालना), वास्तु हवन और पूर्णाहूति शामिल है।
3. मंत्र जाप का क्या लाभ है?
मंत्रों से उत्पन्न ध्वनि तरंगें (Vibrations) घर के कोने-कोने में छिपी नकारात्मक ऊर्जा को खत्म करती हैं और एक सकारात्मक सुरक्षा कवच (Aura) बनाती हैं।









